नज़्म

तू मुझे इतने प्यार से मत देख

Published by
Ali Sardar Jafri

तू मुझे इतने प्यार से मत देख
तेरी पलकों के नर्म साए में
धूप भी चाँदनी सी लगती है
और मुझे कितनी दूर जाना है..

रेत है गर्म पाँव के छाले
यूँ दहकते हैं जैसे अंगारे
प्यार की ये नज़र रहे न रहे
कौन दश्त-ए-वफ़ा में जलता है
तेरे दिल को ख़बर रहे न रहे
तू मुझे इतने प्यार से मत देख..

3
Published by
Ali Sardar Jafri