घर की फुटन में पड़ी औरतें ज़िन्दगी काटती हैं मर्द की मोहब्बत में मिला काल का काला नमक चाटती हैं
जीती ज़रूर हैं जीना नहीं जानतीं; मात खातीं- मात देना नहीं जानतीं