loader image

मात देना नहीं जानतीं

घर की फुटन में पड़ी औरतें
ज़िन्दगी काटती हैं
मर्द की मोहब्बत में मिला
काल का काला नमक चाटती हैं

जीती ज़रूर हैं
जीना नहीं जानतीं;
मात खातीं-
मात देना नहीं जानतीं

742

Add Comment

By: Kedarnath Agarwal

© 2023 पोथी | सर्वाधिकार सुरक्षित

Do not copy, Please support by sharing!