कविता

प्रकृति चित्र – केदारनाथ अग्रवाल की कविता

Published by
Kedarnath Agarwal

जिसने सोने को खोदा,
लोहा मोड़ा है
जो रवि के रथ का
घोड़ा है
वह जन मारे नहीं मरेगा

प्रकृति चित्र

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