कविता

आश्वस्ति – कुमार अंबुज की कविता

Published by
Kumar Ambuj

इतने बान्धों और परियोजनाओं पर
सड़कों, पुलों और इमारतों पर
कारख़ानों, संस्थानों और सितारों पर भी
लिख दिए गए हैं उनके नाम
जैसे वे आश्वस्त रहे हों कि उन्हें
उनके कामों से याद नहीं रखा जा सकता।

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