जिन का मक़्सद फ़रेब होता हैवो बड़ी सादगी से मिलते हैं
मौत आएगी उस से मिल लेंगेअब चलो ज़िंदगी से मिलते हैं
महँगाई में हर इक शय के दाम हुए हैं दूनेमजबूरी में बिके जवानी दो कौड़ी के मोल
चमन लाल चमन के चुनिंदा शेर