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कब लौटोगे कब लौटोगे

कब लौटोगे कब लौटोगे
हे, जीवन के परम सुहावन-–सावन!
पावन
रस बरसावन तप के गावन
आवन-जावन
कब लौटोगे
रास-रचावन
अन्तर्मन के सुमुख
सखावन
कब!

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By: Doodhnath Singh

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