कविता

मरने के बाद भी

Published by
Doodhnath Singh

मैं
मरने के बाद भी
याद करूँगा
तुम्हें

तो लो, अभी मरता हूँ
झरता हूँ
जीवन
की
डाल से

निरन्तर
हवा में
तरता हूँ
स्मृतिविहीन करता हूँ
अपने को
तुमसे
हरता हूँ ।

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Doodhnath Singh