Categories: ग़ज़ल

तमाम उम्र तिरा इंतिज़ार हम ने किया

Published by
Hafeez Hoshiarpuri

तमाम उम्र तिरा इंतिज़ार हम ने किया
इस इंतिज़ार में किस किस से प्यार हम ने किया

तलाश-ए-दोस्त को इक उम्र चाहिए ऐ दोस्त
कि एक उम्र तिरा इंतिज़ार हम ने किया

तेरे ख़याल में दिल शादमाँ रहा बरसों
तिरे हुज़ूर उसे सोगवार हम ने किया

ये तिश्नगी है के उन से क़रीब रह कर भी
‘हफ़ीज़’ याद उन्हें बार बार हम ने किया

1
Published by
Hafeez Hoshiarpuri