इब्न ए सफ़ी के चुनिंदा शेर By: Ibn-e- Safi शेर देख कर मेरा दश्त-ए-तन्हाईरंग-ए-रू-ए-बहार उतरा है इब्न ए सफ़ी के शेर 639 1 2 FacebookXPinterestWhatsApp