loader image

अंजुम आज़मी के चुनिंदा शेर

आओ ख़ुश हो के पियो कुछ न कहो वाइज़ को
मय-कदे में वो तमाशाई है कुछ और नहीं


दिल न का’बा है ने कलीसा है
तेरा घर है हरीम-ए-मरियम है


क्यूँ हुआ मुझ को इनायत की नज़र का सौदा
आज रुस्वाई ही रुस्वाई है कुछ और नहीं


अंजुम आज़मी के चुनिंदा शेर

953

Add Comment

By: Anjum Azmi

© 2023 पोथी | सर्वाधिकार सुरक्षित

Do not copy, Please support by sharing!