फ़हमीदा रियाज़ के चुनिंदा शेर By: Fahmida Riaz शेर किस से अब आरज़ू-ए-वस्ल करेंइस ख़राबे में कोई मर्द कहाँ फ़हमीदा रियाज़ के शेर 639 FacebookXPinterestWhatsApp