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अहसान अली ख़ाँ के चुनिंदा शेर

अश्कों के निशाँ पर्चा-ए-सादा पे हैं क़ासिद
अब कुछ न बयाँ कर ये इबारत ही बहुत है


अहसान अली ख़ाँ के शेर

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By: Ehsan Ali Khan

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