अहसान अली ख़ाँ के चुनिंदा शेर By: Ehsan Ali Khan शेर अश्कों के निशाँ पर्चा-ए-सादा पे हैं क़ासिदअब कुछ न बयाँ कर ये इबारत ही बहुत है अहसान अली ख़ाँ के शेर 639 FacebookXPinterestWhatsApp