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राहत इंदौरी के चुनिंदा शेर

मैं मर जाऊँ तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना
लहू से मेरी पेशानी पे हिंदुस्तान लिख देना


तेरी महफ़िल से जो निकला तो ये मंज़र देखा
मुझे लोगों ने बुलाया मुझे छू कर देखा


राहत इंदौरी के शेर

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By: Rahat Indori

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