शेर
हफ़ीज़ होशियारपुरी के चुनिंदा शेर
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Hafeez Hoshiarpuri
ग़म-ए-ज़िंदगानी के सब सिलसिले
बिल-आख़िर ग़म-ए-इश्क़ से जा मिले
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