कैफ़ी आज़मी के चुनिंदा शेर By: Kaifi Azmi शेर रोज़ बस्ते हैं कई शहर नएरोज़ धरती में समा जाते हैं कैफ़ी आज़मी के चुनिंदा शेर 436 1 2 3 FacebookXPinterestWhatsApp