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दत्तात्रिया कैफ़ी के चुनिंदा शेर

अस्ल वहदत की बिना है अदम-ए-ग़ैरिय्यत
उस का जब रंग जमा ग़ैर को अपना जाना


जो दिल-ओ-ईमाँ न दें नज़राँ बुतों को देख कर
या ख़ुदा वो लोग इस दुनिया में आए किस लिए


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By: Dattatreya Kaifi

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