फैज़ अहमद फैज़ के चुनिंदा शेर By: Faiz Ahmad Faiz शेर हाँ नुक्ता-वरो लाओ लब-ओ-दिल की गवाहीहाँ नग़्मागरो साज़-ए-सदा क्यूँ नहीं देते 982 1 2 3 4 5 6 7 8 9 FacebookXPinterestWhatsApp